मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है मास आता श्रावण का घनघोर घटा उमड़ती है
न बड़ी बड़ी इच्छाएं न अभिलाषा थोड़ा दाना पानी मिलने की आशा न बड़ी बड़ी इच्छाएं न अभिलाषा थोड़ा दाना पानी मिलने की आशा
मैं वो किताब हूँ... जिसमें लिखा जीवन का सम्पूर्ण आधार हूँ !! मैं वो किताब हूँ... जिसमें लिखा जीवन का सम्पूर्ण आधार हूँ !!
तू है यदि अडिग सजग कर न देर, धर डग पर डग कल्पना की उड़ान से निकल पाँव हकीकत की धरा पे धर तज अतीत... तू है यदि अडिग सजग कर न देर, धर डग पर डग कल्पना की उड़ान से निकल पाँव हकीकत क...
अपनानी होगी सादगी, सुखमय जीवन हित तजना होगा झूठ और फरेब। प्रकृति में करना होगा शामिल सुख शांति हेतु... अपनानी होगी सादगी, सुखमय जीवन हित तजना होगा झूठ और फरेब। प्रकृति में करना होगा ...
क्योंकि छांव मिलते ही कदम रुकने लगते हैं। क्योंकि छांव मिलते ही कदम रुकने लगते हैं।